सोल: कड़ी चेतावनियों के बाद भी उत्तर कोरिया अपनी हरकतों से बाज आने का नाम नहीं ले रहा। किम जोंग ने एक बार फिर अपनी दादागिरी दिखाते हुए बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया जो जापान के निकट महासागर में गिरा। जापान के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है।
जापानी पीएम ने देश के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई

इसके मद्देनजर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने देश के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा, 'हमें जानकारी मिली है कि उत्तर कोरिया ने एक बार फिर मिसाइल छोड़ा है। हम तत्काल सूचना का विश्लेषण करेंगे और जापान के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी तरह के जरूरी कदम उठाएंगे।'
ट्रंप को दी चुनौती
उत्तर कोरियाई सर्वोच्च नेता किम जोंग ने बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण कर एक बार फिर अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती दे दी है। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने आज कहा कि अंतर्महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का दूसरा परीक्षण यह दिखाता है कि उनका देश अमरीका के मुख्य भूभागों तक हमला कर सकता है। परीक्षण के घंटों बाद विश्लेषकों ने कहा कि लॉस एंजिलिस और शिकागो समेत अमरीका के ज्यादातर इलाके अब उत्तर कोरियाई हथियारों की जद में हैं।
अमरीका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं ने सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें दागकर अभ्यास किया

कोरियाई सेन्ट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि ह्वासोंग-14 मिसाइल के 3,725 किलोमीटर की अधिकतम ऊंचाई तक पहुंचने और जापान के समुद्र में गिरने से पहले 998 किलोमीटर की दूरी तक जाने के बाद किम ने बड़ी संतुष्टि जताई। एजेंसी ने कहा कि यह परीक्षण इस बात की पुष्टि करने के लिए किया गया कि मिसाइल अधिकतम दूरी तक जाए और साथ ही मिसाइल के अन्य तकनीकी आयामों की जांच करने के लिए किया गया। परीक्षण के तुरंत बाद अमरीका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं ने सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें दागकर अभ्यास किया। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री सोंग योंग मू ने रणनीतिक अमरीकी सैन्य हथियारों को तैनात करने का आह्वान किया जिसका आमतौर पर मतलब बमवर्षक विमान और विमान वाहक पोत होता है।गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने चार जुलाई को पहले अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था।
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