पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को अपना मंत्रिमंडल विस्तार किया। नीतीश के मंत्रिमंडल में एक बार फिर राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को शामिल किया गया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नंदकिशोर यादव और प्रेम कुमार को भी मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है। इस मंत्रिमंडल में सिर्फ एक महिला मंजू वर्मा को शामिल किया गया है। नीतीश मंत्रिमंडल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोटे से 11, जनता दल (यूनाइटेड) से 14 और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) से एक विधायक और विधान पार्षद को जगह दी गई है।
लोजपा कोटे से मंत्री बने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। मंत्री बने रहने के लिए छह माह के अंदर उन्हें किसी एक सदन का सदस्य बनना होगा। पारस केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई हैं।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मंगल पांडेय को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना था, परंतु उनके पटना में नहीं रहने के कारण वे शपथ नहीं ले सके।
बिहार राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में सभी मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। जद (यू) कोटे से बने 14 मंत्रियों में दो नए चेहरे हैं, शेष पुराने मंत्रियों को ही मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। मंत्रिमंडल में शामिल एक मात्र महिला मंजू वर्मा भी जद (यू) की विधायक हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित राजग के कई नेता उपस्थित रहे।
नीतीश मंत्रिमंडल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और हिंदुतानी अवाम मोर्चा (हम) के नेताओं को जगह नहीं दी गई है।
उल्लेखनीय है कि महागठबंधन में विवाद के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर महागठबंधन तोड़ने की घोषणा कर दी थी। इसके अगले दिन नीतीश ने भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के समर्थन से छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शुक्रवार को बिहार में राजग की नई सरकार ने विधानसभा में बहुमत हासिल किया था।
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